22 सितंबर 2020 भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के लिए एक ऐतिहासिक दिन था सन 1998 से भारत के कोने कोने मे प्रत्येक माल गोदाम पर पैदल चलकर सारे श्रमिकों को जिन्होंने एकत्रित किया एवं 28 अक्टूबर 2003 का ऐतिहासिक त्रिपक्षीय बैठक जिनके आवेदन पर किया गया वह है हमारे भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के पिता माननीय राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण कुमार पासवान जी के चरण कमल पर हमारी कोटि कोटि प्रणाम ।
कल दिनांक 22 सितंबर 2020 को संसद भवन में भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के सारथी बने श्री कृष्ण स्वरूप माननीय श्री जगदंबिका पाल महोदय ने रेलवे माल गोदाम पर काम करने वाले श्रमिकों के हित में जो वक्तव्य पेश किए हैं उसके लिए भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ माननीय श्री जगदंबिका पाल महोदय का सदा आभारी रहेगा । खासकर माननीय जगदंबिका पाल महोदय ने भारत के संसद भवन में खड़े होकर पूरे देश को इस बात से अवगत किया की 28 अक्टूबर 2003 को माननीय भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जी की सरकार में माननीय भूतपूर्व शर्मा मंत्री साहिब सिंह वर्मा जी के नेतृत्व में श्रम शक्ति भवन पर भारत के इतिहास में पहली बार, भारतीय रेलवे माल गोदाम पर कर्म करने वाले मजदूरों के साथ साथ संपूर्ण भारत में बाकी असंगठित क्षेत्र के मजदूरों नेतृत्व देने का काम अगर किसी ट्रेड यूनियन ने किया है, तो वह भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ है ।
उसके लिए भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ सदा आपका ऋणी रहेगा । हमें पूर्ण विश्वास है कि आज की इस महाभारत में आप सदैव कृष्ण भगवान के तरह न्याय की राह पर भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ का मार्गदर्शन करेंगे । आज आपने संसद भवन में पूरे देश के सामने जो रेलवे माल गोदाम पर काम करने वाले श्रमिकों का आवाज बुलंद करने का काम किया है उसके लिए पुनः हम आपका आभार प्रकट करते हैं । सर्वो उपरांत हम धन्यवाद करना चाहते हैं भारत के श्रम मंत्री माननीय श्री संतोष कुमार गंगवार जी का जिन्होंने जटिल श्रम कानूनों पर सुधार लाकर चार लेबर कोड में पारित करने का काम किया आपकी इस सफल प्रयास के माध्यम से आज भारत के लाखों श्रमिक लाभान्वित होंगे ।
इस ऐतिहासिक क्षण में हम धन्यवाद देना चाहते हैं भारतीय रेलवे माल गोदाम श्रमिक संघ के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को जिनके निरंतर प्रयास के माध्यम से आज यह खुशी के दिन आए । सभी साथियों को ऐतिहासिक अभिनंदन ।
जय भारत
जय श्रमिक संघ